Wednesday, December 24, 2014

सेक्स स्लेव के रूप में महिलाओं को बेच रहा है आइएस

बगदाद-
इस्लामिक स्टेट (आइएस) महिलाओं और बच्चों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार कर रहा है। खासकर, इराक के सिंजर में अल्पसंख्यक यजीदी समुदाय की महिलाओं और बच्चियों के साथ। इसका खुलासा एमनेस्टी इंटरनेशनल की 'टॉर्चर, सेक्शुअल स्लेवरी इन इस्लामिक स्टेट कैप्टिविटी इन इराक' रिपोर्ट से हुआ है।
इस रिपोर्ट में आतंकियों के चंगुल से भागकर आई महिलाओं ने अपनी आपबीती बयां की है। रिपोर्ट 40 से भी अधिक सेक्स स्लेव बनाई गई महिलाओं और लड़कियों के साक्षात्कार पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आइएस के आतंकी 12 साल से भी कम उम्र की बच्चियों और उनकी मां को गुलाम बनाते हैं। उनके बाल पकड़कर घसीटते हैं। कई लड़कियों ने स्वीकार किया कि उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इससे तंग आकर अल्पसंख्यक यजीदी समुदाय की महिलाएं और लड़कियों ने बड़ी संख्या में आत्महत्या भी की है।
1600 से शुरू होती है बोली
 बीते पांच महीने में आइएस ने हजारों महिलाओं और किशोरियों का अपहरण किया है। इन्हें खुले बाजार में सेक्स स्लेव के तौर पर बेचा जा रहा है। इनकी बोली 1600 रुपये से शुरू होती है। उम्र, शिक्षा और वैवाहिक स्थिति के आधार पर महिलाओं का वर्गीकरण किया जाता है। खरीददार का महिला पर पूरा हक होता है। वह उसे मारता, पीटता है और यौन प्रताड़ना देता है। साथ ही अपने दोस्तों के साथ साझा करता है। आइएस आतंकियों को भी ये महिलाएं बतौर इनाम दी जाती हैं।
पूर्व यजीदी सांसद अमेना सईद ने बताया कि हमने एक लड़की को छुड़वाया था। ऑस्ट्रेलियाई मूल के दो भाइयों ने बंदी बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। अमेना ने बताया कि वे लोग इस्लामी मूल के नहीं थे। वे गोरी चमड़ी और सुनहरे बालों वाले ऑस्ट्रेलियाई थे, जिन्होंने इस्लाम अपनाया था।
उत्तरी इराक और सीरिया के सीमावर्ती इलाके में रहने वाला यजीदी समुदाय सदियों पुराना धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय है। इस समुदाय की बड़ी आबादी वाले शहर सिंजर पर आइएस ने अगस्त में कब्जा कर लिया था।

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